भोपाल। प्रदेश बीजेपी कार्यालय में वरिष्ठ नेता प्रभात झा के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविन्द सिंह, मंत्री तुलसी सिलावट समेत कई बड़े नेता शामिल रहे।(Tribute to Prabhat Jha)
‘सीएम हाउस में आकर कई बार मार्गदर्शन दिया’
श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सबके उनके साथ अपने-अपने अनुभव रहे। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने जब मंडल अध्यक्षों के घर जाना शुरू किया तो हमें लगा कि कैसे होगा, लेकिन उन्होंने वो कर दिखाया। सीएम हाउस में आकर उन्होंने कई बार मार्गदर्शन दिया। मोहन यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने मुझे आकर कई बार पूछा की सब ठीक है या नहीं, मन पक्का रखना।(Tribute to Prabhat Jha)
‘उनके सुझाव से ही बनी थीं प्रवास की योजनाएं’
सीएम ने कहा कि उनके सुझाव के आधार पर ही मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रवास की योजनाएं बनाई गईं थीं। केंद्रीय संगठन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।(Tribute to Prabhat Jha)
विद्यार्थी जीवन से हमें उनका साथ मिला – वीडी शर्मा
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रभात झा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मन आज भी ये मानता नहीं है कि प्रभात जी हमारे बीच नहीं हैं। जब वो बीमार हुए उससे 5–6 दिन पहले उनका फोन आया बोले कहां हो, मुझे तुम्हारे घर आना है, और वो आए आधे घंटे बातचीत की।वीडी शर्मा ने आगे कहा कि विद्यार्थी जीवन से हमें उनका साथ मिला। हम सब के लिए प्रदेश में आदर्श भूमिका निभाई है। कार्यकर्ता से कैसे प्रत्यक्ष संबंध बनाए जा सकते हैं कैसे कार्यकर्ता तैयार किया जाए ये प्रभात झा जी से सीखना चाहिए।(Tribute to Prabhat Jha)
प्रभात झा एक संस्था थे – शिवराज सिंह चौहान
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद उन्होंने कहा कि अभी भी विश्वास नहीं होता की प्रभात जी नहीं रहे। व्यक्ति के जाने के बाद उनका महत्व समझ आता है। प्रभात जी के जब पूरे जीवन को देखते हैं तो मैंने तो जब से उन्हें देखा झोला लेकर चलते देखा।(Tribute to Prabhat Jha)
पत्रकार रहते हुए भी पत्र लिखे- शिवराज
क्रांति मशाल यात्रा के दौरान भी जब वो यात्रा से संबंधित नहीं थे, पत्रकार थे तब भी उन्होंने उस यात्रा की सफलता के लिए पत्र लिखे। अपना हर काम कैसे सफल हो ये तड़प उनके अंदर थी। वो केवल व्यक्ति ही नहीं संस्था थे। राष्ट्रवादी विचारक नजर आते थे।(Tribute to Prabhat Jha)
‘हजारों नायाब आइडिया उनके पास होते थे’
शिवराज ने आगे कहा कि पत्रकार तो ऐसे थे कि उनकी लेखनी ने ग्वालियर स्वदेश को एक अलग पहचान दी थी। कार्यकर्ता के नाते एक अलग व्यक्तित्व थे। कार्यक्रमों से सीधे संबंधित न होते हुए भी सफल बनाने के लिए जुट जाते थे। जनआशीर्वाद यात्रा हो या फिर क्रांति मशाल यात्रा हजारों नायाब आइडिया उनके पास होते थे।(Tribute to Prabhat Jha)
‘एक दिन में कई मंडलों के कार्यकर्ताओं से कर लेते थे संपर्क’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, राजनीति में कितने पदों पर रहे, प्रदेश अध्यक्ष के नाते तो मंडलों से भी सीधे संबंध रखते थे। एक-एक दिन में कई मंडलों के कार्यकर्ताओं से संपर्क कर लेते थे। बस एक कमी थी उनमें काम करते करते कभी अपने स्वस्थ का ख्याल नहीं रखते थे। एक बार में जबरदस्ती उन्हें चेन्नई इलाज के लिए ले गया था। जब तक वो जीवित रहे पार्टी के काम में जुटे रहे। जनशीर्वद यात्रा में जुटे रहे जब प्रदेश अध्यक्ष नहीं भी थे रूठों को मनाते रहे। जब दिल्ली इलाज के लिए ले जाया जा रहा था तो ये लग रहा था जल्दी लौटेंगे।(Tribute to Prabhat Jha)
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26 जुलाई को हुआ था निधन
बता दें कि, मध्य प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 26 जुलाई को अंतिम सांस ली थी। लंबी बीमारी के बाद अस्पताल में उनका निधन हो गया था।