रायपुर। छत्तीसगढ़  (Chhattisgarh) में सुरक्षाबलों द्वारा नक्सलवाद के खात्मे के लिए एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत करीब 1400 जवान 30 जून को नक्सलियों के इलाके में घुसे हैं। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जिसमें बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने की भी सूचना सामने आई है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

इससे पहले बीते सप्ताह धमतरी में भी सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी। जहां पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया था, जिसकी जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने एक नक्सली को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। ये मुठभेड़ धमतरी जिले के खल्लारी थाना क्षेत्र के अमझर गांव और मुहकोट के जंगलों में हुई थी।

27 जून को राजधानी रायपुर में कल यूनिफाइड कमांड की मीटिंग हुई। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की। उनके अलावा इस मीटिंग में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के अलावा सीआरपीएप, आईटीबीपी और बीएसएफ के साथ राज्य पुलिस के अफसर मौजूद रहे। इस मीटिंग में आगे एंटी नक्सल अभियान को कैसे चलाया जाएगा इसकी रणनीति बनाई गई। बता दें कि एंटी नक्सल अभियान में सफलता पाने के लिए यनिफाइड कमांड बनाया जाता है। जिसमें जिला पुलिस सीआरपीएफ या अन्य अर्धसैनिक बलों को साथ लेकर मजबूती से नक्सलियों को निशाना बनाती है।

सुरक्षाबलों को मिली खुली छूट

अपने 6-7 माह के कार्यकाल में लाल आंतक के खात्मे के लिए साय सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों को राज्य से नक्सलवाद के खात्मे के लिए बड़े से बड़ा एक्शन लेने का निर्देश दिया है। यही वजह है कि इस साल अभी 6 महीने ही बीते हैं और सुरक्षाबलों ने करीब डेढ़ सौ से ज्यादा नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं सैंकड़ों नक्सली को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया है।

सीएम साय की अध्यक्षता में होगी यूनिफाइड कमांड की बैठक, तैयार होगी आगे की रणनीति