भोपाल: नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के लिए अब सीबीआइ छह नई टीम बनाएगी। जो 599 कॉलेजों की जांच करेंगी। विस्तृत जांच होने की वजह से इस जांच में एक वर्ष का समय लग सकता है। इसमें सीबीआई को विशेषज्ञ के तौर पर नर्सिंग अधिकारियों का सहयोग लेना पड़ेगा।new teams for investigation
‘अबकी बार 400 पार का लक्ष्य पूरा करेंगे’
पहले 7 टीमें 368 कॉलेजों की जांच कर रहीं थीं
बता दें कि, इसके पहले 7 मुख्य टीमें 368 कॉलेजों की जांच कर रही थीं। इनमें नर्सिंग कॉलेजों से रिश्वत लेने के मामले में 4 अधिकारी आरोपित बनाए गए थे। आरोपित अधिकरियों में 2 सीबीआई और 2 राज्य पुलिस संवर्ग के थे। अभी नए अधिकारी मिले नहीं हैं। इसलिए जांच के लिए 6 टीमें ही बन पाएंगी।new teams for investigation
जांच में लग सकता है एक वर्ष का समय
CBI के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक आरोपितों को छोड़कर जो अधिकारी पहले नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रहे थे। उन्हें नई टीमों में भी शामिल किया जाएगा। जांच में समय लगने की एक वजह यह भी है कि अधिकारियों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर जांच करनी पड़ती है। new teams for investigation
ऐसे में एक टीम को एक कॉलेज की जांच करने में लगभग दो दिन लग जाते हैं। कॉलेजों की नाप के लिए पटवारी और विशेषज्ञ के तौर शामिल होने वाले नर्सिंग अधिकारी भी कई बार उपलब्ध नहीं हो पाते, जिससे समय लगता है। सूत्रों ने बताया सीबीआई मुख्यालय जांच के लिए एसाईटी भी बना सकती है। new teams for investigation