भोपाल, विवेक राणा। मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार के मंत्री जल्दी ही लग्जरी और हाईटेक गाड़ियों में घूमते हुए दिखेंगे। सरकार के मंत्रियों को नई कार खरीदने के लिए वित्त विभाग ने मंजूरी दे दी है। लोकसभा चुनाव के नतीजें आने के बाद माननीय अपनी नई ओर चमचमाती कार का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे इसके लिए स्टेट गैराज के बाड़े में 25 नई गाड़ी शामिल होंगी।

लंबे समय के बाद सरकार अपने मंत्रियों को नई गाड़ियों की सौगात देने वाली है। स्टेट गेरेज के बाड़े में जल्द ही 25 नई हाईटेक गाड़िया शामिल होने जा रही है। इसके लिए कर्जदार मध्यप्रदेश के वित्त विभाग ने 4.75 करोड़ की मंजूरी दे दी है। मोहन सरकार ने नए वाहन खरीदने की कवायत करीब दो महीने पहले ही शुरू कर दी थी। मंत्रालाय सूत्र की माने तो मोहन सरकार के दोनों डिप्टी सीएम और मंत्रियों के काफिले में कारों की कमी है। यही नही प्रदेश के मुखिया मोहन यादव के काफिले में भी एक गाड़ी कम है।

  • मंत्रियों ने स्टेट गैरेज से की 25 से ज्यादा गाड़ियों की डिमांड
  • वित्त विभाग ने माननीयों की गाड़ी के लिए 4.75 करोड़ के बजट को दी मंजूरी
  • बीते 3 साल में सरकार ने करीब 12 से ज्यादा खरीदे वाहन
  • वित्त विभाग ने इनोवा क्रिस्टा खरीदने की दी मंजूरी
  • एमपी सरकार में सीएम के अलावा 2 डिप्टी सीएम, 28 कैबिनेट और राज्य मंत्री हैं
  • स्टेट गैरेज ने 31 लग्जरी वाहनों की थी, डिमांड 25 गाड़ियों को मिली मंजूरी

सूत्रों की मानें तो भले ही मौजूदा बाड़े में अधिकांश कारों का हिस्सा नया है, इन्हें 2022-2023 में खरीदा गया था और प्रत्येक कारें मुश्किल से दस से बीस हजार किमी चली हैं, लेकिन मंत्री उन्हें आवंटित कारों से संतुष्ट नहीं हैं माननीयों का तर्क है कि उन्हें प्रदेश के अलग अलग हिस्से का दौरा करना पड़ता है। इसके लिए उनके पास नई गाड़ी होना चाहिए। इसके पहले मंत्रियो के पास एम्बेसडर कार हुआ करती थी, जिन्हें 1 लाख किलोमीटर चलाने के बाद बदल दिया जाता था लेकिन अब नए दौर की गाड़ियों की लाइफ ज्यादा हुआ करती है। ऐसे में इन्हें चार लाख किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। उधर सरकार की नई गाड़ियों की खरीददारी पर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल सवाल उठा रहा है तो सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री इस पर बोलने से बचते हुए नजर आ रहे है।

मध्यप्रदेश सरकार पर करीब 3.5 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्जा है। प्रदेश सरकार की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार अमूमन हर दो महीनों में कर्जा भी ले रही हैं ऐसे में माननीयों का लग्जरी कार का प्रेम ने एमपी में एक बार फिर नए सियासी विवादों को जन्म दे दिया है।