भोपाल, विवेक राणा । लोकसभा चुनाव को लेकर जहां दोनों राजनीतिक पार्टी जमीनी जमावट पर जुटी है..वहीं भाजपा पार्टी की 14 लोकसभा सीट ऐसी है, जहां पर 3 दशकों से भाजपा का अभेद किला रहा है… इन अभेद किलो की लोकसभा सीटों में कांग्रेस को प्रत्याशी भी नहीं मिल रहे … आईए देखते हैं कौन-कौन सीट कांग्रेस के लिए बनी टेंशन…
भाजपा का अभेद किला
  • तीन दशकों से मध्य प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर जीती आ रही भाजपा
  • कांग्रेस के बड़े नेताओं ने लोकसभा चुनाव के पहले बनाई दूरी
  • भाजपा के अभेद किलो की सीटों पर कांग्रेस को नहीं मिल रहा है प्रत्याशी
  •   मध्य प्रदेश 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक 29 में से 28 सीट है भाजपा के पास
  •  भाजपा ने बनाया 29 लोकसभा सीट जीतने का मास्टर प्लान
  • इंदौर ,भोपाल, भिंड ,विदिशा, दमोह, जबलपुर, बैतूल मुरैना, सागर, सतना, बालाघाट, खजुराहो, सीधी, टीकमगढ़ अभेद किला भाजपा
लोकसभा चुनाव बेहद नजदीक है, जहां कांग्रेस पार्टी 2023 की विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद एक बार फिर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरती दिखाई दे रही है तो वही भाजपा की ऐसी लोकसभा सीट जहां पर 3 दशकों से ही भाजपा का अभेद किला कहा जाता है । इन्हीं अभेद किलो पर कब्जा के लिए कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर पर प्रत्याशी ढूंढने पर लगी है.. वही 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इन सीटों से दूरी बना ली है.. हालांकि कई बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से भी मना कर दिया है। हालांकि कांग्रेस के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का कहना है कि प्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। जमीनी स्तर के प्रत्याशियों को इस बार कांग्रेस पार्टी टिकट देगी। बड़े नेताओं का चुनाव लड़ने का डिसीजन हाई कमान लगी। जिसको पार्टी चुनाव की टिकट देगी उन्हें चुनाव लड़ना पड़ेगा।
 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा अपने मजबूत गढ़ को माइक्रो मैनेजमेंट के जरिए मजबूत करने पर लगी हुई है। वही पार्टी इस बार राम मंदिर के मुद्दे को भुनाने की कोशिश जोरू जोरू से लगी हुई है हालांकि मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में भाजपा ने पूरा माहौल भगवा में कर दिया है.. हालांकि बीजेपी का कहना है कि बीजेपी पार्टी केवल विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ती है, 3 दशकों से बीजेपी पार्टी कई सीटों पर कब्जा की है। इन सीटों पर केवल विकास हुआ है इसलिए जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत देती है।
  भाजपा के अभेद किलो को जीतने के लिए जहां कांग्रेस पार्टी जी तोड़ मेहनत कर रही है… मगर पार्टी के बड़े नेता ही लोकसभा चुनाव लड़ने से दूरी बनाते दिखाई दे रहे हैं । अब देखना होगा कि क्या कांग्रेस पार्टी इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के अभेद किलो को पर कब्जा कर पाती है या नहीं।