भोपाल। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत मामले में रविवार को हाई लेवल मीटिंग हुई, जिसमें सीएम मोहन यादव ने कड़ा एक्शन लेते हुए फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और सहायक वन संरक्षक (ACF) फतेसिंह निनामा को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही सीएम ने राज्य स्तरीय हाथी टास्क फोर्स के गठन का ऐलान किया है। (Bandhavgarh elephant death case)

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वन राज्यमंत्री पहुंचे बांधवगढ़

सीएम मोहन यादव ने मामले पर कहा कि उमरिया जिले के वन क्षेत्र में बीते दिनों 10 हाथियों की अलग-अलग दिन हुई मौत की घटना अत्यंत दुखद एवं दर्दनाक है। इसे राज्य शासन ने गंभीरता से लिया है। वन राज्य मंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारियों के दल ने क्षेत्र का दौरा किया है। प्राइमरी रिपोर्ट में कोई पेस्टीसाइड नहीं पाया गया है। (Bandhavgarh elephant death case)

उन्होंने कहा कि पोस्ट मार्टम की विस्तृत रिपोर्ट आना अभी बाकी है। हाथियों के बड़े दल के रूप में आने की घटना गत दो तीन वर्ष में एक नया अनुभव भी है। उमरिया और सीधी जिले में बड़ी संख्या में हाथियों की मौजूदगी दिख रही है। ऐसे में फील्ड डायरेक्टर एवं अन्य अधिकारियों को सतर्क और सजग रहने की जरूरत है।

बता दें हाथियों की मौत मामले की जांच के लिए सीएम मोहन यादव ने राज्य वन मंत्री दिलीप अहिरवार, एसीएस वन अशोक वर्णवाल व पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव को जांच के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भेजा था। जिन्हें रविवार को सीएम ने समीक्षा के लिए बुलाया था। इसके बाद ही इस मामले में आगे कोई एक्शन लिया जाएगा।

इस वजह से लिया एक्शन

सीएम ने मामले में दो अफसर फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और सहायक वन संरक्षक(एसीएफ) फतेसिंह निनामा को सस्पेंड किया है। दोनों पर ही लापरवाही बरतने का आरोप है। बात करें फील्ड डायरेक्टर चौधरी की तो वह घटनाक्रम से पहले ही अवकाश पर थे। हाथियों की मौत की सूचना मिलने पर भी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया, साथ ही इस दौरान उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था।

वहीं, फतेसिंह निनामा पर जांच के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है। उन्होंने कार्रवाई का जिम्मा जूनियर स्टाफ पर छोड़ दिया था। साथ ही सीनियरों को घटना के बारे में सही जानकारी भी नहीं दी थी।