बीजापुर। छत्तीसगढ़ से लाल आतंक के खात्मे के लिए साय सरकार के निर्देश पर सुरक्षाबल लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं। इस अभियान को सोमवार को एक और बड़ी सफलता मिली। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया है। (Anti Naxal Operation)

दरअसल, खबरी की ओर से पुलिस को जानकारी मिली थी कि कई नक्सली कोपरशी तालुका भामरागढ़ वन इलाके में छिपे हुए हैं। उनकी योजना रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव को प्रभावित करने की है। इस सूचना के आधार पर गढ़चिरौली इलाके की भामरागढ़ तहसील में C60 कमांडो की 22 यूनिट और QAT की 2 यूनिट तलाशी अभियान पर निकली थी। (Anti Naxal Operation)

सुरक्षाबलों के एक्शन से बौखलाए नक्सलियों की कायराना करतूत, किया IED ब्लास्ट, ITBP के दो जवान घायल

जैसे ही सुरक्षाबल जंगली एरिया में पहुंचे नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। जिस पर पुलिस ने नक्सलियों से हथियार छोड़ आत्मसमर्पण करने को कहा। लेकिन, वे फायरिंग करते रहे। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 5 नक्सली ढेर हो गए। इलाके में अभी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है।

इससे 2 दिन पहले नारायणपुर में IED ब्लास्ट की चपेट में आने से ITBP (इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस) के 2 जवान शहीद हुए थे। वहीं नारायणपुर पुलिस के 2 जवान घायल हुए। घायल जवानों को तत्काल मौके से एयर लिफ्ट कराया गया। दोनों शहीद जवान आंध्र-प्रदेश और महाराष्ट्र के रहने वाले थे।

अबूझमाड़ मुठभेड़ मारे गए 38 नक्सली

4 अक्टूबर को अबूझमाड़ के नेंदूर थुलथुली इलाके में मुठभेड़ में 31 नहीं बल्कि 38 नक्सली ढेर हुए थे। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा ”अलग अलग सूत्रों से मिली जानकारी को वेरिफाई किया गया है। कुल मिलाकर अबूझमाड़ मुठभेड़ में 38 माओवादियों की मौत होने की जानकारी मिली है। हमने आज 38 माओवादियों की लिस्ट भी जारी किया है। कुल मिलाकर उस मुठभेड़ में माओवादियों को काफी बड़ा झटका लगा है।”

मारे गए सभी नक्सलियों पर पुलिस ने इनाम रखा था जो कि 2 करोड़ 62 लाख रुपये के करीब था। पुलिस ने मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान भी कर ली है। पुलिस के अनुसार इस मुठभेड़ में नक्सलियों की एक कंपनी पूरी तरह खत्म हो गई है। बताते चलें कि यह छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे बड़ी मुठभेड़ है।