अंबिकापुर। सरगुजा के युवा व्यापारी अक्षत अग्रवाल की हत्या (Akshat Agrawal murder case) का सच जानने के लिए अब पुलिस आरोपी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली का नार्को टेस्ट कराएगी। इसके अलावा लाइ डिटेक्ट टेस्ट और ब्रेन मैपिंग के लिए पुलिस ने कोर्ट से परमिशन मांगी थी जो उसे मिल गई है।
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सरगुजा एसपी ने बताया कि अक्षत की हत्या (Akshat Agrawal murder case) का सच जानने के लिए कोर्ट से नार्को टेस्ट, ब्रेन मैपिंग टेस्ट व लाई डिटेक्ट टेस्ट कराने के लिए पुलिस की ओर से आवेदन किया गया था। जिसे कोर्ट से मंजूरी मिल गई है। आरोपी की तरफ से नार्को, ब्रेन मैपिंग और लाइ डिटेक्ट की सहमति दे दी है। उसी के बाद कोर्ट से पुलिस को इसकी अनुमति मिली। नियम के मुताबिक कोर्ट से इन टेस्टों को कराने की अनुमति पाने के लिए आरोपी की सहमति आवश्यक होती है।
दरअसल, आरोपी भानू बंगाली के बयान से पुलिस के साथ-साथ अक्षत के परिजन भी उलझन में पड़ गए हैं। जिसमें उसने दावा किया है कि अक्षत ने खुद की हत्या की सुपारी दी थी।
जानकारी के मुताबिक आरोपी का नार्को टेस्ट छत्तीसगढ़ में जबकि लाई डिटेक्ट टेस्ट व ब्रेन मैपिंग गुजरात के गांधीनगर स्थित एफएसएल में होगा। फिलहाल टेस्ट की तारीख सामने नहीं आई है।
कार में मिली थी कार
बता दें कि अंबिकापुर के अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के बेटे अक्षत अग्रवाल (23) की लाश 20 अगस्त को कार में मिली थी। पुलिस ने उनकी हत्या के आरोप में पुलिस ने पूर्व कर्मचारी संजीव मंडल को गिरफ्तार किया है।
आरोपी मंडल ने अक्षत को तीन गोलियां मारी थी। उसके पास से पुलिस को तीन पिस्टल और 31 कारतूस बरामद हुए थे। इसके साथ ही 50 हजार रुपए कैश और अक्षत की सोने की चेन, ब्रेसलेट और अंगूठी भी बरामद की गई थी।
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि अक्षत ने ही उसे अपनी हत्या कराने की सुपारी दी थी। इसके बदले में अक्षत ने उसे पैसे और अपनी सोने की चैन दी थी। आरोपी के मुताबिक अक्षत खुद पिस्टल और कारतूस लाया था।
आरोपी के इस दावे के बाद पुलिस ने अक्षत के परिजनों से भी पूछताछ की थी। जिस पर मृतक के पिता ने कहा कि उनके बेटे को साजिश के तहत मारा गया है।