भोपाल। सुबह जल्दी उठकर ताज़ी हवा में सैर, वर्कआउट या व्यायाम करने से मनुष्य फिट रहता है। फिट रहने का यह सबसे सरल और अच्छा तरीका है। अगर आपने इस एक आदत को अपने रूटीन में शामिल कर लिया, तो आप कई सारी बीमारियों से बच सकते हैं। टहलने से सिर्फ फिजिकल हेल्थ ही नहीं, बल्कि मेंटल हेल्थ भी दुरुस्त रहती है। पर टहलने के बाद आजकल एक जो नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है, वो है जूस पीने का। वॉक के बाद लोग सेहत को और ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए आसपास लगे जूस स्टॉल से जूस पीना पसंद करते हैं। वैसे सुबह की शुरुआत जूस से करने की सलाह तो एक्सपर्ट भी देते हैं, लेकिन बाहर मिलने वाला खुला जूस सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक? आइये जानते हैं इस आर्टिकल में …

आजकल सुबह-सुबह वॉक करना ट्रेंड बन चुका है, यह उनकी सेहत के लिए काफी असरदायक भी है। परन्तु एक आदत जो बहुत खराब है वह है सैर के बाद स्टॉल्स पर जाकर जूस पीना। दरअसल सड़कों पर लगे जूस के स्टॉल्स पर मिलने वाले जूस सेहत के लिए सही नहीं होते हैं। आपको हर हाल में इन्हे अवॉइड करना चाहिए। क्यूंकि सैकड़ों पर जूस स्टॉल लगाने वाले कई बार पहले से ही जूस निकालकर कंटेनर्स में रख लेते हैं फिर उसे कस्टमर्स को सर्व करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी भी फल या सब्जी का जूस उसे निकालने के 20 मिनट के अंदर पी लेना सही होता है। ज्यादा देर रखने पर जूस में मौजूद विटामिन्स खराब होने लगते हैं। ऐसे में आपको जूस पीने का कोई फायदा नहीं मिलता। बेहतर होगा कि जूस अपने सामने बनवाकर ही पिएं।

आमतौर पर जूस मिक्सी या जार से निकाला जाता है। फिर चाहे वह फलों का हो या सब्जी का। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इससे इनका ऑक्सीडेशन लेवल खराब होने का डर रहता है। मतलब, जूसर से जूस बनाते वक्त उससे कुछ मात्रा में हीट भी निकलती है। जो जूस में मौजूद न्यूट्रिशन को कम करने का काम करती है। हवा के संपर्क में आने पर जूस में मौजूद एमिनो एसिड और प्रोटीन ऑक्सीजन से मिलकर रिएक्ट करते है। जिस वजह से पहले से निकाले हुए जूस का रंग डार्क नजर आता है, तो आप जूस के रंग से अंदाजा लगा सकते हैं कि वो ताजा बनाया गया है या फिर पहले।