मनोज राठौर, भोपाल। मध्यप्रदेश बीजेपी के सगंठन ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद लोकसभा चुनाव की सभी 29 सीटों जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। संगठन ने बूथ से लेकर हर स्तर पर अपने टारगेट को सेट कर के पूरा काम किया। इस चुनाव में विधानसभा चुनाव से भी एडवांस वर्जन वाले प्लान को अपनाया गया। बीएसटीवी की इस खास पेशकश में हम बतायेंगे कि इस बार कैसा रहा बीजेपी संगठन का एमपी में जीत वाला प्लान…और कैसी रही बीजेपी की जमीनी स्तर की प्लानिंग और रणनीति…
-लोकसभा चुनाव 2024
-एमपी बीजेपी का विजय मंत्र
-29 सीटें जीतने का BJP मॉडल
-BJP संगठन का ‘जीत’ वाला प्लान
-जमावट अच्छी…जीत पक्की
-बूथ से लेकर हर स्तर पर टारगेट सेट
-लोकसभा चुनाव में एडवांस प्लान पर काम
मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी संगठन ने ऐसी जमावट की थी कि उसे प्रचंड जीत मिली। कांग्रेस की सभी प्लानिंग बीजेपी संगठन के सामने फेल हो गई। इस चुनाव के ठीक बाद बीजेपी संगठन फिर से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया। इस बार प्लानिंग और रणनीति दोनों बदली हुई थी। विधानसभा चुनाव से भी एडवांस वर्जन वाले प्लान पर काम किया गया। इस बार के मुद्दे भी राष्ट्र स्तर के थे और संकल्प पत्र भी मोदी सरकार। ऐसे में बीजेपी संगठन ने एमपी के हिसाब से अपनी रणनीति को बदला और हाईकमान के साथ जमीनी स्तर पर पूरी ताकत के साथ काम किया। सबसे पहला फोकस बूथ पर था। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी ने हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का टारगेट रखा। इसी टारगेट को पूरा करने के लिए एमपी बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी। बूथ विजय अभियान चलाया गया। बूथों को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया और सभी कैटगेरी को लेकर टारगेट भी फिक्स किया गया।
बूथ विजय प्लान
-हर बूथ पर 370 वोट को बढ़ाने का टारगेट
-बूथ को A,B,C कैटेगरी में बांटा
-A कैटेगरी में जीतने वाले बूथ को रखा
-B कैटेगरी में जीत-हार वाले बूथ को रखा
-C कैटेगरी में वोट मिलने की संभावना वाले बूथ को रखा
-बूथों पर अनेकों गतिविधियों को किया संचालन
-हर वर्ग को फोकस में रखकर किया काम
प्रदेश बीजेपी संगठन ने बूथ प्लान को एडवांस वर्जन के साथ डिजाइन किया। इसके तहत बी और सी कैटेगरी पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया और बूथ पर भागीदारी को भी पहले से ज्यादा बढ़ाया गया। बीजेपी ने बूथ पर अनेकों गतिविधियों को संचालित भी किया। हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश की गई। प्रदेश बीजेपी संगठन के मंत्री रजनीश अग्रवाल ने बताया कि सबसे ज्यादा फोकस बी और सी कैटेगरी पर रखा गया। टारगेट गांव जीतना, वार्ड जीतना और शक्ति केंद्रों को जीतने का था। कार्यकर्ताओं की सक्रियता को बढ़ाया गया।
बूथ पर अपने प्लान के तहत काम करने के साथ बीजेपी संगठन ने जमीनी स्तर पर भी कसावट की। इसके तहत हर गांव में चौपाल लगाई गई। हर वर्ग के हिसाब से सम्मेलन भी किए गए। सरकार की योजनाओं से लाभांवित लोगों तक भी पहुंचे। संगठन ऐप पर हर एक गतिविधियों की रिपोर्टिंग भी गई। साथ ही लोकसभा सीट की भौगोलिक, क्षेत्रीय, जातिगत समीकरण के लिहाज से नेताओं की जनसभा, रोड शो और मीटिंग कराई गई। इसके अलावा बीजेपी ने न्यू ज्वाइनिंग अभियान चलाया। इस अभियान के तहत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा।
चौपाल
-बीजेपी ने हर गांव में चौपाल लगाई
-चौपाल से ग्रामीण वोटर्स को जोड़ा
-सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
-राष्ट्रीय मुद्दों को भी भुनाया गया
सम्मेलन
-हर वर्ग के हिसाब से किए गए सम्मेलन
-किसान, युवा, आदिवासी, महिलाओं पर फोकस
-सरकार की आगामी योजनाओं को बताया
-लाभार्थी संपर्क अभियान
-सरकार की योजनाओं से लाभांवित ग्रुप पर टारगेट
-संकल्प पत्र को हर लाभार्थी तक पहुंचाया
संगठन ऐप
-कार्यकर्ताओं की सक्रियता को बढ़ाया
-हर एक काम की संगठन ऐप पर रिपोर्टिंग
-संगठन के पदाधिकारियों ने की मॉनिटरिंग
बीजेपी संगठन का मॉनिटरिंग का सिस्टम बढ़ा तकड़ा है। यहां पर संगठन के ऐप पर हर एक जानकारी को साझा किया जाना जरूरी रहता है। बीजेपी ने चौपाल, सम्मेलन और लाभार्थी संपर्क अभियान के तहत आज जनता तक अपनी पकड़ को मजबूत किया। इसके अलावा बीजेपी ने प्रदेश के 64 हजार 523 बूथों त्योहार और मौके अनुसार भी चुनावी प्लानिंग की। इस दौरान फेस्टिवल प्लान के तहत होली के मौके पर बूथ स्तर की टोली मोदी गुलाल लेकर घर-घर पहुंची। इसके साथ बीजेपी के स्थापना दिवस पर भी हर घर झंडा अभियान चलाया। हर वर्ग के साथ वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए महिलाओं पर फोकस करते हुए विशेष अभियान भी चलाया।
फेस्टिवल अभियान
-होली पर मोदी गुलाल लेकर हर घर पहुंचे कार्यकर्ता
-शोकाकुल परिवार तक पहुंची बूथी की टोली
-घर परिवार तक पहुंचायी मोदी की राम-राम
-गुलाल लगाकर मनाई सामुहिक होली
-रंगपंचमी तक चलाया अभियान
बीजेपी स्थापना दिवस
-स्थापना दिवास पर चलाया घर-घर झंडा अभियान
-हर कार्यकर्ता ने अपने घर पर लगाया पार्टी का झंडा
-50 हजार बूथों पर अभियान रहा सफला
महिला पर फोकस
-महिला मोर्चा ने जमीनी स्तर पर काम किया
-महिलाओं के लिए विशेष अभियान चलाकर
-22 हजार महिला कार्यकर्ताओं को फोन किया
-महिलाओं की सक्रियता से वोटिंग प्रतिशत बढ़ा
प्रदेश बीजेपी के संगठन मंत्री रजनीश अग्रवाल का दावा है कि माइक्रो लेवल पर की गई प्लानिंग के नतीजे विधानसभा चुनाव में सामने आए थे। इस बार की प्लानिंग पहले से ज्यादा पुख्ता की गई। उन्होंने कहा कि हर वर्ग पर बीजेपी संगठन का फोकस था। चुनावी रणनीति को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए बीजेपी के हर मोर्चें ने अपनी पूरी ताकत और सक्रियता को निभाया।
बीजेपी ने हर स्तर पर अलग-अलग प्लानिंग की थी। वोटिंग के दिन भी बीजेपी के कार्यकर्ता सक्रिय रहे। बीजेपी का दावा है कि इन कार्यकर्ताओं को फोन करके एक्टिव किया गया। सभी को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई गई। कार्यकर्ताओं ने भी वोटिंग के दिन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इतना ही नहीं वोटर्स को घर से निकालकर पोलिंग बूथ तक पहुंचाने का काम भी किया।
पन्ना प्रमुख
-हर बूथ पर पन्ना प्रमुख ने काम किया
-पन्ना प्रमुख ने अपने पड़ोसियों से संपर्क किया
-पीएम मोदी और बीजेपी की बात को पहुंचाया
कॉल सेंटर
-29 लोकसभा सीट के लिए 21 कॉल सेंटर खोले
-भोपाल में बीजेपी मुख्यालय पर बनाया कंट्रोल रूम
-मुख्यालय से सभी कॉल सेंटर को जोड़ा गया
संकल्प पत्र
-आम लोगों तक संकल्प पत्र पहुंचाया
-डोर टू डोर मोदी की राम-राम पहुंचायी
-बीजेपी के विजन 2047 को बताया
-वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंसिंग
-बूथ के साथ विधानसभा स्तर पर की गई वीसी
-हर मोर्चें को समय-समय पर दिए गए दिशा निर्देश
-संगठन के बड़े पदाधिकारी लेते थे वीडियो कांफ्रेंसिंग
इस बार कई लोकसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत कम रहा। इस पर बीजेपी का कहना है कि उसने पूरी प्लानिंग के तहत वोटर्स को घर से निकालने का प्रयास किया। बीजेपी ने पार्टी सर्मथक वोटर्स का शत प्रतिशत मतदान होने का दावा भी किया। बीजेपी यह भी मानके चल रही है कि उस वोटर्स उसे पाले में आया। लेकिन कांग्रेस के वोटर्स मतदान केंद्र नहीं पहुंचे। उनकी वजह से ही वोटिंग प्रतिशत में कमी आई। प्रदेश बीजेपी संगठन का कहना है कि
हमारे कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर मतदान पर्ची बांटी। वोटर्स को पीले चावल भी दिए।
-डोर टू डोर वोट डालने के लिए पीले चावल दिए
-मतादाता जागरण अभियान चलाया
-कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं को कॉल किए
-कॉल और मैसेज से वोटर्स की चेन बनाया
-मतदान समाप्ति तक कार्यकर्ता को सक्रिय रखा
-सामाजिक संगठनो की ली गई मदद
बीजेपी के तीन दावे
बीजेपी का मानना है कि 2019 के चुनाव को छोड़ दिया जाये, तो 1992 से लेकर 2024 तक के लोकसभा चुनाव में उसका वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। इस बार बीजेपी तीन बड़े दावे कर रही है। पहला कांग्रेस को उनके बूथ पर हराने का दावा, दूसरा जीते हुए बूथों की संख्या बढ़ाने का दावा और तीसरा सबसे ज्यादा वोट शेयर मिलने का दावा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीजेपी पूरी ताकत और सोची समझी रणनीति के तहत चुनाव लड़ती है। ये तो उसकी तैयारी हो गई। लेकिन एमपी की जनता के मन में क्या है। ये जरूर चार जून को पता चल जायेगा।
बीजेपी के विजय मंत्र के पीछे हाईकमान से लेकर संगठन की गहरी सोच है। इसे उसी तरीके से डिजाइन भी किया गया। 2024 के टारगेट को भी देश नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के लिहाज से भी सेट किया गया। बीजेपी संगठन का मानना है कि वो हर दिन चुनाव लड़ती है। जनता के सेवा उसकी प्राथमिकता रहती है।
—रजनीश अग्रवाल, प्रदेश मंत्री, बीजेपी संगठन