रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीजेपी प्रदेश कार्य समिति (BJP working committee meeting) की बैठक जारी है। पार्टी की इस मेगा मीटिंग में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधायक लता उसेंडी को मंत्री बता दिया।

हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी गलती (BJP working committee meeting) सुधारते हुए यह कहा कि अभी मंत्री नहीं बनी हैं। इसके बाद पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद खट्टर ने मुस्कुराकर कहा, ‘मंत्री बनने की बात से उत्साह आया होगा, चलिए अच्छी बात है।’

कौन हैं लता उसेंडी?

लता उसेंडी छत्तीसगढ़ बीजेपी की बड़ी आदिवासी नेता हैं। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव से हराया था। इससे पहले रमन सिंह सरकार में वो महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद उनका नाम भी सीएम बनने की रेस में चल रहा था।

राजधानी के दीनदलाय ऑडिटोरियम में आयोजित इस मीटिंग (BJP working committee meeting) में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ ही लोकसभा और विधानसभा इलाकों में कामकाज की समीक्षा भी होगी। जिसकी रिपोर्ट दिल्ली आलाकमान के पास भेजी जाएगी।

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मीटिंग में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, मुख्यमंत्री विष्णूदेव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और संगठन महामंत्री पवन साय शामिल हैं।

निकाय और पंचायत नेता भी शामिल

मीटिंग में बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य, प्रदेश पदाधिकारी, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, सभी मोर्चों के पदाधिकारी, प्रकोष्ठ के संयोजक, अलग-अलग संभागों के प्रभारी, जिला संगठन के पदाधिकारी समेत नगरीय निकाय और पंचायत के नेता भी भी शामिल हैं।

कहा जा रहा है कि मीटिंग के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता निकाय-पंचायत चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।

कांग्रेस की बैठकों पर डिप्टी सीएम का तंज

कांग्रेस की बैठक को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘सभी राजनीतिक दलों को अपनी गतिविधियां करने का अधिकार है। कांग्रेस की अभी समीक्षा बैठक हुई हम सब ने देखा कैसे एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप हुआ। फिर से बैठक कर रहे हैं वहां भी यही होने वाला है। कांग्रेस ने जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ की जनता को छला-धोखा दिया, इसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं करने वाली है।’