रायपुर। छत्तीसगढ़-झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम लॉरेंस विश्नोई के करीबी गैंगस्टर अमन साहू को लेकर सोमवार तड़के रायपुर पहुंची। अमन साहू पर कारोबारी प्रहलाद अग्रवाल पर गोली चलाने का आरोप है।

13 जुलाई को प्रहलाद राय अग्रवाल पर उनके तेलीबांधा स्थित ऑफिस के सामने अमन साहू के गुर्गों ने गोली चलाई थी। इस गोलीकांड में अमन साहू के अलावा लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी सामने आया था। इसी मामले में पूछताछ के लिए अमन साहू को प्रोटेक्शन वारंट पर रायपुर लाया गया है। (Gangster Aman Sahu)

रायपुर लाया जा रहा कुख्यात गैंगस्टर, क्राइम ब्रांच की 10 सदस्यीय टीम झारखंड से हुई रवाना

बता दें कि जेल में बंद गैंगस्टर को रायपुर प्रोटेक्शन वारंट में लाने पर रायपुर पुलिस को पांचवीं बार में सफलता मिली है। इससे पहले चार बार रायपुर पुलिस के अधिकारी उसे प्रोटेक्शन वारंट पर रायपुर लाने की मांग कर चुके थे, लेकिन उनकी मांगों को नकार दिया गया था।

शनिवार को झारखंड और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई, जिसके बाद उसे प्रोटेक्शन वारंट पर रायपुर लाने की परमिशन मिली। दोनों राज्यों के पुलिस बल के साथ अमन साहू को झारखंड के सरायकेला जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच रायपुर लाया गया। जहां उसे रायपुर क्राइम ब्रांच के ऑफिस में रखा गया है। (Gangster Aman Sahu)

मेडिकल टेस्ट के बाद कोर्ट में होगा पेश

जानकारी के मुताबिक कोर्ट में पेश करने से पहले गैंगस्टर अमन साहू का पुलिस कस्टडी में मेडिकल टेस्ट होगा। उसे 11 बजे तक कोर्ट में पेश किया जा सकता है। बता दें कि गैंगस्टर अमन साहू पहले बार साल 2019 में गिरफ्तार हुआ था। लेकिन इसी साल सितंबर में वो वह फरार हो गया था। कहा जाता है अमन साहू की गैंग की आधुनिक हथियारों से लैस है जिनके दम पर वह खौफनाक मंसूबों को अंजाम देता है।

अमन साहू की गैंग के निशाने पर कोल माइनिंग कंपनियां, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्ट फील्ड के बिजनेसमैन रहते हैं। वे इन्हें टारगेट बनाकर इनसे रंगदारी की मांग करते हैं और जो उनकी बात नहीं मानता उससे गोली की दम पर अपनी बात मनवाते हैं।

अमन के खिलाफ झारखंड में दर्जनों मामले दर्ज हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन झारखंड के अलग-अलग कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई होती है। इसके साथ ही वह हार्डकोर अपराधी है। इस लिहाज से गिरिडीह जेल प्रशासन अमन की पेशी और सुरक्षा का हवाला देकर अमन को प्रोटेक्शन वारंट में भेजने से बचती है।