रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में करंट लगने से एक शावक समेत तीन हाथियों की मौत हो गई है। घटना के सामने आने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। डीएफओ स्टाइलों मंडावी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हादसा घरघोड़ा रेंज के चुहकीमार के जंगल में 11 केवी करंट लगने से हुआ। हाथियों के शवों को पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। विभाग की टीम मामले की विस्तृत जांच में जुटी हुई है। (Raigarh News)

जानकारी के मुताबिक अचानक टूट कर गिरे 11 केवी बिजली तार के टूट जाने की वजह से हाथी करंट की चपेट में आ गए। टूटा हुआ तार जंगल मे जमीन में गिरते ही जलने के निशान भी मौके पर मौजूद है। (Raigarh News)

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खेतों में पहुंचकर नुकसान पहुंचा रहे हाथी

दरअसल, रायगढ़ जिले में हाथियों की संख्या बढ़कर 158 पर पहुंच चुकी है। रायगढ़ वन मंडल में 78 और धरमजयगढ़ वन मंडल में 80 हाथी मौजूद हैं। संभवत: रायगढ़ में ही अभी छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा हाथियों का दल विचरण कर रहा है। रात होते ही हाथी जंगल से निकलकर खेतों में घुस रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गुरुवार (24 अक्टूबर) रात भी हाथियों के अलग-अलग दलों ने 26 किसानों की फसल को रौंद दिया। जिससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचा।

रात के समय जब हाथियों का दल चिंघाड़ते हुए गांव के करीब आता है तो ग्रामीण जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर देते हैं। इससे हाथी गांव के अंदर तो नहीं जा पाते लेकिन खेतों में पहुंचकर जमकर उत्पाद मचाते हैं।

बीती गुरुवार की रात हाथियों ने जिले के 9 गांवों में फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया। इनमें रायगढ़ वन मंडल के कमतरा और कया में 2 किसानों के फसलों को, धरमजयगढ़ वन मंडल में फत्तेपुर और उदउदा में 9 किसानों की धान की फसल को, कौहापानी में 7 किसानों के धान फसल, सिसरिंगा, सोखमुड़ा में 3 किसानों के फसल और सोहनपुर व जामाबीरा गांव में 5 फसलों को धान फसल को नुकसान पहुंचाया है।