उज्जैन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) का मंगलवार की रात निधन हो गया था। इसके एक दिन बाद बुधवार को उनका अंतिम संस्कार करने के बाद सीएम सीधे घर पहुंचे और अपना कामकाज शुरू किया। उन्होंने फोन पर धार, झाबुआ और ग्वालियर के कलेक्टर से बातचीत कर वहां हुई विभिन्न घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्हें आम नागरिकों की राहत के लिए निर्देश दिए।

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सीएम डॉ. यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने झाबुआ कलेक्टर को निर्देश दिए कि दो बच्चियों के बह जाने से उनके परिवार को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाए। साथ ही आगे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो यह भी ध्यान रखा जाए।

इसके बाद उन्होंने ग्वालियर कलेक्टर से चर्चा कर ट्रॉमा सेंटर की घटना की जानकारी प्राप्त की। सीएम ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी घटना न हो इस संबंध में सतर्कता रखी जाए और समस्त स्टॉफ सजग रह कर अपना दायित्व का निर्वहन करें।

सीएम मोहन यादव ने धार कलेक्टर से डही विकासखंड के ग्राम बड़वानिया में जनजातीय बालक आश्रम कैंपस में वर्षा जल भर जाने से विद्यार्थियों को हुई असुविधा के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने बताया कि समय रहते हैं, बच्चों को बचाया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐसी घटनाओं का दोहराव न हो, इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां रखी जाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा की धार जिले की इस घटना में जिन सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों द्वारा सेवा प्रदान की गई और बच्चों की जीवन रक्षा के लिए सक्रियता एवं सजगता का परिचय दिया गया उन्हें राज्य सरकार पुरस्कृत और सम्मानित करेगी।