भोपाल, विवेक राणा। प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ को पार्टी में शामिल कराए जाने को लेकर चलाया गया ऑपरेशन लोटस असफल साबित हुआ हो ,लेकिन उसके बाद अब भाजपा कमलनाथ को उनके ही गढ़ में ही घेरने की तैयारी में जुटी हुई है… हालांकि 29 लोकसभा सीट में कमल का फूल कैसे खिले जिसको लेकर क्या है भाजपा का प्लान…देखते है ये रिपोर्ट …

देश में जहां दो दशकों से मोदी की लहर पूरे देश में चल रही है..वही मध्य प्रदेश सहित देश भर के कई मजबूत किले इस आंधी में बह गए.. यहां तक की ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से चुनाव हारे तो वही राहुल गांधी को भी अमेठी से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस प्रचंड लहर में भी यदि कोई गढ़ बचाने में कामयाब रहा तो वह कमलनाथ थे.. 2019 के चुनाव में उनकी बेटा नकुल नाथ यहां से चुनाव जीतने में सफल रहे..इतना ही नहीं उसके बाद 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने सभी 7 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की..साथ ही उसके पहले हुए वहां पर हुए नगरीय निकाय और जिला पंचायत के चुनाव में भी कांग्रेस की प्रत्याशियों ने विजय अभियान जारी रखा.. हालांकि 24 रण को जीतने के लिए भाजपा ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का गढ़ छिंदवाड़ा में बड़े नेताओं को जवाबदारी दी है.. वही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का छिंदवाड़ा जिले का दौर के दौरान कई कांग्रेस के पदाधिकारी भाजपा में शामिल हुए। हालांकि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के कार्यकाल को याद करते हुए तजकसा … वही कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए तमाम कार्यकर्ताओं का स्वागत भी किया।

चूंकि प्रदेश में भाजपा ने मिशन 29 का लक्ष्य रखा है ..जिसे पाने के लिए सत्ता से लेकर संगठन से जुड़े नेता एड़ी चोटी का जोर लगाने में जुटे हुए हैं,पिछले एक सप्ताह तक जो राजनीतिक घटनाक्रम चला उस राजनीतिक पंडित भी यह मानने लगे थे, कि कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ भाजपा में शामिल होंगे और उसी के साथ भाजपा का मिशन 29 सफल होगा …लेकिन यह सब संभव नहीं हो सका… यही कारण है कि भाजपा ने अब कमलनाथ को उनके ही गढ़ में घेरने की तैयारी शुरू कर दी है…इसी कड़ी में आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव करोड़ों रुपए की विकास सौगात देने के लिए छिंदवाड़ा पहुंचे हैं। इसके साथ ही आने वाले समय में पार्टी के कई दिग्गज नेता लगातार छिंदवाड़ा का दौरा करेंगे। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि ऐसे कार्यकर्ताओं को अपनी ओर खींचने का काम कर रही है जो कांग्रेस के लिए कई सालों से निष्क्रिय रहते हैं। भाजपा केवल झूठे वादे करती है।

हालांकि भाजपा छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की किलेबंदी पर लगी हुई है.. वहीं भाजपा अपना कुनबा बढ़ाते हुए भी दिखाई दे रही है.. हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने बड़े नेताओं को भी कांग्रेस का किला छिंदवाड़ा की किलेबंदी की बड़ी जवाबदारी दी है। अब देखना होगा कि भाजपा की रणनीति 24 रण में कितनी कारगर सिद्ध होती है।