भोपाल, मनोज राठौर । मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के ऐलान के साथ अब बीजेपी के लिए होल्ड सीट पर सियासी समीकरण बैठाना सबसे बड़ी चुनौती है। हर एक सीट का अलग फैक्टर है और इन सीट को जीतने के लिए महामंथन जारी है। हर जीत को जीतने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया। जल्द ही जीत के फैक्टर के साथ बचे हुए नामों का ऐलान होना तय है।
हर सीट को जीतने का मास्टर प्लान-हर सीट के सियासी फैक्टर पर बारीक नजर
मिशन 29 के लिए बीजेपी ने चुनाव तारीखों के एलान के पहले ही लोकसभा सीटों के उम्मीदवार घोषित कर सबको चौंका दिया। लेकिन छिंदवाड़ा समेत पांच लोकसभा सीट पर अभी भी पेंच फंसा है। इन सीट को जीतने का बीजेपी के पास मास्टर प्लान तैयार है, लेकिन उम्मीदवारों के चयन को लेकर प्रदेश से लेकर दिल्ली में महामंथन जारी है। छिंदवाड़ा सीट को छोड़ दिया जाये, तो बाकी चार सीट पर बीजेपी का कब्जा है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता बृज गोपाल राय का कहना है कि पार्टी की कोशिश रहती है कि जीताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाए। पार्टी हर वर्ग का ध्यान रखती है। सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास पार्टी का नारा है। मध्य प्रदेश की सभी 29 सीट जीतेंगे।
बीजेपी हाईकमान सियासी समीकरण साधने के लिए इन सीटों पर सबसे ज्यादा महिला कैंडिडेट उतारने की कोशिश कर रही है। अभी चार महिलाओं को मौका दिया, जिसमें दो मौजूदा सांसद और दो नये चेहरे हैं।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने कहा कि जनता बीजेपी को समझती है। बीजेपी हर मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का काम करती है। बीजेपी प्रोपेगेंडा चलती है।इस बार कांग्रेस 17 से ज्यादा सीट जीतेगी।
होल्ड पांच सीटों की तस्वीर साफ है। लेकिन हाईकमान चाहता है कि इस चुनाव में छिंदवाड़ा सीट पर कोई चूक ना हो। इसके अलावा जिन सीटों पर सियासी समीकरण बिगड़ रहा है, वहां पर भी संतुलन बनाया जा सके। कोशिश पूरी है। टारगेट भी फिक्स है। और अपने इसी टारगेट को पूरा करने के लिए हाईकमान ने एमपी में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।