रायपुर। पूर्व की कांग्रेस सरकार (Mahadev Satta App Scam Case) को सत्ता से हटाने में अहम भूमिका निभाने वाला महादेव सट्टा ऐप घोटाला एक बार फिर चर्चा में है। इसके चर्चा में रहने की वजह गृहमंत्री विजय शर्मा का ताजा बयान है। जिसमें उन्होंने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात कही है।
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बुधवार को गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार महादेव सट्टा ऐप मामले (Mahadev Satta App Scam Case) को सीबीआई को सौंपने की तैयारी कर रही है। इस मामले में अब तक प्रदेश के 70 थानों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। विजय शर्मा ने आगे कहा कि इस मामले को लेकर प्रोसेस चल रही है, कुछ समय में इसका फैसला हो जाएगा।
कई बड़े नेताओं के नाम शामिल
बता दें कि इससे पहले साय सरकार ने बिरनपुर हिंसा मामला और छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप चुकी है। अब महादेव सट्टा बेटिंग ऐप ऐसा तीसरा मामला होगा, जिसकी जांच राज्य सरकार सीबीआई को सौंपेगी। ED की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस मामले में प्रदेश के कई सीनियर नेता, अधिकारियों और कारोबारियों के नाम शामिल हैं। अब सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपने से इन बड़े चेहरों की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही हैं।
अपने कार्यकाल के शुरूआती समय में सीएम साय ने इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। वहीं सबसे पहले ईडी ने अक्टूबर 2022 में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार के समय महादेव सट्टा ऐप मामले की जांच शुरू की थी।
छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बार हुआ इस्तेमाल
जानकारी मिली है कि महादेव सट्टा बेटिंग ऐप में क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों के साथ चुनाव के रिजल्ट पर भी पैसा लगाया जाता है। इन सभी जो सट्टा लगता है वो अवैध होता है। अवैध सट्टे के नेटवर्क के जरिए ऐप का जाल तेजी से फैला और इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में किया गया। यहां इसके सबसे अधिक अकाउंट खोले गए हैं।