ग्वालियर, प्रहलाद सेन। भगवान शंकर के देश में वैसे तो कई चमत्कारी मंदिर हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी भगवान शिव का एक अद्भुत और चमत्कारी मंदिर है। यह मंदिर ग्वालियर के गिरगांव में है। यहां महादेव को मजिस्ट्रेट महादेव कहा जाता है। इस मंदिर में महादेव न्याय के देवता के रूप में पूजे जाते हैं। यहां महादेव की अदालत लगती है। कोर्ट कचहरी की तरह यहां चोरी बेईमानी लूटपाट आदि की घटनाओं की सुनवाई होती है।
7 दिन के भीतर देते हैं दंड
ग्वालियर के गिरगांव में सैकड़ों वर्ष पुराना महादेव का मंदिर है। इस मंदिर में अपराधी और झूठ बोलने वाले को कड़ी सजा देते हैं, ऐसा कहा जाता है कि अपराधी इस मंदिर की सीढ़ी भी नहीं चढ़ सकता, मंदिर में बाकायदा पंच बैठते हैं, फरियादी और आरोपी पक्ष अपनी-अपनी बात रखते हैं। जिस पर चोरी आदि का इल्जाम होता है, उसके खिलाफ सुनवाई होती है। उसे सच बोलने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी जाती है। अगर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया तो महादेव उसे माफ कर देते हैं। मंदिर पर आने के बाद भी अगर उसने अपना गुनाह कबूल नहीं किया और महादेव के सामने उनकी कसम खाकर झूठ बोला तो 7 दिन के भीतर महादेव उसे दंड आवश्यक देते हैं।
सुलझाए जाते हैं कोर्ट कचहरी के मामले
ऐसा भी कहते हैं कि इस चमत्कारी मंदिर में कई बार कोर्ट कचहरी के मामले भी सुलझाए जाते हैं। पुलिस भी कई बार चोरी और अन्य वारदातों के खुलासे के लिए मजिस्ट्रेट महादेव की शरण में जरूर आते हैं। ऐसी मान्यता है कि यह महादेव निर्दोष को बंधनों से मुक्त कर देते हैं। कई मामलों में महादेव ने निर्दोष व्यक्ति को बंधन से मुक्त कराया है लोग दूर-दूर से महादेव के दर्शन करने खींचे चले आते हैं। इस मंदिर की ख्याति भी अब पूरे देश में मजिस्ट्रेट महादेव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध हो चुकी है। गांव में भैंस चोरी या अन्य चोरी की वारदातों का खुलासा भी मजिस्ट्रेट महादेव की कचहरी में ही होता है। गांव वालों का कहना है कि महीने में कई केस ऐसे आते हैं, जिनमें झूठ सच का खुलासा, मजिस्ट्रेट महादेव के मंदिर में ही होता है।
श्री श्री 1008 भरत दास बाबा मंदिर के पुजारी
भगवान शंकर की पूजा यहां विधि विधान से की जाती है शिवरात्रि को यहां बड़ा मेला लगता है दूर-दूर से श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए चले आते हैं। गिरगांव के मजिस्ट्रेट महादेव की अदालत में कोई अपराधी बचकर नहीं जा सकता। ऐसा भी कहा जाता है गंभीर अपराधों में महादेव मृत्यु दंड तक देते हैं। छोटे-मोटे अपराधों में मंदिर पर पंच आरोपी पर पंचनामे में₹50000 तक का आर्थिक दंड सुनिश्चित करते हैं अगर एक सप्ताह के भीतर आरोपी का कोई नुकसान हो जाता है तो यह मान लिया जाता है कि इसी ने ही वारदात को अंजाम दिया है इसीलिए महादेव ने इसे अर्थ दंड दिया है। आरोपी के घर में या कोई ना कोई एक सप्ताह के भीतर अनहोनी घटित हो जाए तो उसे भी महादेव के दंड के रूप में माना जाता है। ग्वालियर का गिरगांव महादेव मंदिर अपने चमत्कार के लिए विख्यात है। यहां महादेव अपने पूरे परिवार के साथ विराजे हैं। न्याय के देवता महादेव यहां अपने भक्तों को मनचाहा फल देते हैं।