जमीनी स्‍थिति से लेकर सोशल मीडिया पर नजर, एक दूसरे को दिया जा रहा सियासी जवाब, वार रूम में चुनावी रणनीति का क्रियान्‍वयन
भोपाल, मनोज राठौर। मध्‍यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी और कांग्रेस का वार रूम तैयार हो गया। इस वॉर रूम से सियासी जंग जारी है। मैदानी जुबानी जंग से लेकर सोशल मीडिया पर एक दूसरे को जवाब दिया जा रहा है। जिला, संभाग और राज्‍य स्‍तरीय पर बनाये गए कंट्रोल रूम से लोकसभा चुनाव की रणनीति का क्रियान्‍वयन किया जा रहा। देखिए ये रिपोर्ट…

-बीजेपी-कांग्रेस में ‘वार’ रूम की जंग
-वार रूम में एक्‍सपर्ट की टीम तैनात
-जमीनी स्‍थिति से लेकर सोशल मीडिया पर नजर
-एक दूसरे को दिया जा रहा सियासी जवाब
-वार रूम में चुनावी रणनीति का क्रियान्‍वयन

लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस और बीजेपी ने मध्य प्रदेश के सभी संभागों, जिलों में वार रूम स्थापित किए हैं। इन वार रूम की जिम्‍मेदारी के लिए प्रभारियों की नियुक्‍ति भी कर दी गई। राज्‍य स्‍तर पर भोपाल में वार रूम तैयार है। इससे सभी वार रूम को कनेक्‍ट किया गया। यहां से चुनाव अभियान की गतिविधियों की निगरानी के साथ बूथ सशक्तिकरण कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा।

वार रूम की वॉर्किंग…
-जिलों की इकाइयों पर कंट्रोल
-सियासी घटनाक्रम पर पैनी नजर
-प्रचार प्रसार का विस्‍तार
-अभियानों की मॉनिटरिंग
-कार्यकर्ताओं से संपर्क
-सोशल मीडिया पर नजर
-सियासी गतिविधियों की जानकारी
-हाईकमान के निर्देशों का क्रियान्‍वयन
-जमीनी फीडबैक की जानकारी

प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के अध्‍यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि वॉरूरूम के लिए प्रभारी नियुक्‍त किया गया है। यहां से पार्टी की तमाम गतिविधियों को संचालित किया जाता है। सोशल मीडिया की टीम भी सक्रिय है। प्रदेश के हर एक राजनीति घटनाक्रम और हलचल पर हमारी नजर रहती है।

सियासी पार्टियों के लिए वार रूम काफी महत्‍वपूर्ण होता है। इससे जमीनी स्‍थिति का पता चलता है। संगठन अपनी जमीनी पकड़ को मजबूत करने के लिए सतत इन वार रूम से संपर्क में रहते हैं। यही से पार्टियों की रणनीति का क्रियान्‍वयन किया जाता। कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी भोपाल में राज्‍य स्‍तरीय वार रूम बनाया है। यहां से पार्टियों की गतिविधियों को संचालित करने के साथ सोशल मीडिया की हर एक हरकत नजर रखी जा रही। मीडिया सेल भी इस वार रूम से कनेक्‍ट रहता है। प्रदेश बीजेपी प्रवक्‍ता सचिन वर्मा का कहना है कि जमीनी स्‍तर पर कांग्रेस नदारद है। लेकिन बीजेपी बूथ स्‍तर पर मजबूत है। हर एक कार्यकर्ता सक्रिय है और कोने-कोने पर तैनात है।

लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 29 सीटों को जीतने का टारगेट रखा है। कांग्रेस का टारगेट इससे कम है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए दोनों पार्टियों ने वार रूम तैयार किए। पूरी ताकत झोंक दी। कोशिश यही है कि इस टारगेट को पूरा कर एक दूसरे को परास्‍त किया जा सके।