भोपाल। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक और बुरी खबर सामने आई है। यहां हाथियों की मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार सुबह करीब 4 महीने के बेबी एलिफेंट ने दम तोड़ दिया। टारगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर ने प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया अंतर्गत वन परिक्षेत्र पनपथा बफर के बीट खारीबड़ी टोला के कक्ष कमांक आर.एफ. 179 पटपरहा हार में जंगली हाथी का बच्चा झुण्ड से बिछड़कर लावारिस अचेत अवस्था में मिला था। (Bandhavgarh Elephant Death Case)
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इलाज के दौरान तोड़ा दम
जिसके बाद मेडिकल टीम ने मौके पर पहुंचकर हाथी के बच्चे का इलाज किया। अच्छे उपचार के लिए उसे परिक्षेत्र ताला के रामा हाथी कैंप लाया गया। जिसका डॉक्टरों द्वारा वहीं मौका स्थल पर कैम्पिंग करके दिन-रात लगातार उपचार किया जा रहा था। इलाज के दौरान आज 10 नवंबर को सुबह 6:06 बजे पर हाथी के बच्चे ने दम तोड़ दिया। SOP के मुताबिक पोस्टमार्टम कर शव निपटान वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया जा रहा है। (Bandhavgarh Elephant Death Case)
बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बीते दिनों 10 हाथियों की मौत से हड़कंप मच गया था। फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक हाथियों की मौत की वजह साइक्लोपियाजोनिक एसिड था। इस जानलेवा एसिड से युक्त बाजरा कोदो को हाथियों ने खाया था।
सीएम मोहन यादव ने दिए जांच के निर्देश
वहीं, हाथियों की लगातार होती मौत के मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर तुरंत कार्रवाई की और मामले की जांच के निर्देश दिये।