भोपाल। बैतूल में मतदान कर्मियों की बस में लगी आग पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने आग को साजिश बताया है और बस में लगी आग की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। मामले में एमपी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि गेयर बॉक्स से बस में कोई आग लगती है। बस की FSL जांच होना चाहिए। आदमी बच गए, और ईवीएम जल गई। उन्होंने कहा कि जिन ईवीएम को नुकसान हुआ वहां के पोलिंग बूथ पर फिर से मतदान कराना चाहिए।

बस के गियर बॉक्स से भड़की आग

बताया जा रहा है कि बस के गियर बॉक्स में आग लगी, जो तेजी से फैली। आग देख ड्राइवर प्रकाश ने मतदानकर्मियों को तत्काल नीचे उतरने को कहा और बस धीमी कर नीचे कूद गया। बस में मुलताई विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 275 रजापुर, 276 डूंडर, 277 गेहूंबारसा 1,278 गेहूंबारसा 2, 279 कुंदारैयत और 280 चिखली माल मतदान केंद्र के मतदान कर्मी सवार थे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया, घटना की रिपोर्ट बनाकर चुनाव आयोग को भेज दी गई है। चुनाव आयोग तय करेगा कि इन मतदान केंद्रों पर रिपोलिंग कराना है या नहीं।

कलेक्टर बोले- चार बूथ की मशीनें जली हैं

कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि मुलताई विधानसभा क्षेत्र के छह मतदान केंद्रों की कुछ सामग्री जली है। मतदान दल सुरक्षित हैं। लोग कांच तोड़कर बस से निकले। एक कर्मचारी को चोट आई है। दो मतदान केंद्र की मशीनें सुरक्षित हैं। चार केंद्रों में से कुछ की मशीनें और वीवी पैट जली हैं। चुनाव आयोग और सीईओ मध्यप्रदेश को रिपोर्ट भेज रहे हैं। ऑब्जर्वर को भी रिपोर्ट दी है। आयोग से निर्देश आने के बाद चार मतदान केंद्रों को लेकर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।

कलेक्टर का कहना है कि बस लंबा सफर तय कर चुकी थी। अचानक स्टीयरिंग और इंजन के पास आग लगी और तेजी से फैल गई। यह सामान्य घटना है। इसके पीछे किसी की कोई दुर्भावना नहीं थी, इसलिए किसी की जिम्मेदारी भी तय नहीं कर सकते। बस नई थी, इसलिए ड्राइवर और बस मालिक को कोई दोष नहीं दे सकते।