-बजट से पहले आयेगा एमपी का लेखानुदान
-1 लाख करोड़ से अधिक का होगा लेखानुदान
-खर्च के इंतजाम के लिए लेखानुदान बजट
-जुलाई में आयेगा एमपी का फाइनल बजट

भोपाल, मनोज राठौर। केंद्र सरकार के अंतरिम बजट के बाद अब एमपी के बजट की तैयारी है। इससे पहले एमपी सरकार लेखानुदान लायेगी। इसके लिए वित्‍त विभाग ने तैयारियां भी पूरी कर ली है। फाइनल बजट जुलाई में आयेगा। लेखानुदान से सरकार अपने खर्च का इंतजाम करेगी। भोपाल से एमपी के बजट पर देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट…लोकसभा चुनाव की आचार संहिता मार्च के पहले सप्‍ताह में लग सकती है। इसके मद्देनजर सरकार अपना फाइनल बजट जुलाई में लायेगी। हालांकि, इससे पहले मोहन सरकार सात फरवरी को विधानसभा में लेखानुदान लेकर आयेगी। इस लेखानुदान में सरकार के खर्च का इंतजाम किया जायेगा।

लेखानुदान बजट की व्‍यवस्‍था
-मजदूरी के खर्च में वित्त वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान से 5 प्रतिशत की वृद्धि कर प्रस्ताव तैयार होंगे।
-विभागीय अधिकारी कार्यालय खर्च व्यय के अंतर्गत पेट्रोल व्यय में पांच प्रतिशत की वृद्धि कर सकेंगे।
-सुरक्षा, सफाई और परिवहन व्यवस्था के लिए बजट में 10 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकेगी।
-वेतन मद में 2023-24 के मुकाबले 2024-25 के लिए 3 प्रतिशत की वृद्धि की गई।
-2024-25 के वेतन मद में प्रस्तावित राशि का 56 प्रतिशत रखा गया।
-संविदा कर्मचारियों के पारिश्रमिक में 2023-24 की तुलना में 8 प्रतिशत की वृद्धि की अनुमति दी गई।
-सभी खर्च 2023-24 के बजट अनुमान की सीमा में रखे गए।

वित्‍त मंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि मध्‍यप्रदेश का बजट जुलाई में आयेगा। इसके लिए वित्‍त विभाग आवश्‍यक तैयारी कर रहा है। इससे पहले लेखानुदान लाया जायेगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।

 

मध्‍यप्रदेश में बजट सत्र को शुरूआत सात फरवरी को राज्‍यपाल के अभिभाषण से होगा। सरकार की तरफ से प्रस्‍तुत होने वाले कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्‍ताव पर दो दिन तक चर्चा होगी। इसके बाद मोहन सरकार साल 2023-24 के लिए ‌द्वितिय अनुपूरक और साल 2024-25 के लिए लेखानुदान पेश करेगी। ये लेखानुदान एक लाख करोड़ से अधिक राशि के लिए अप्रैल से जुलाई 2024 तक के लिए रहेगा। इस लेखानुदान के लिए सरकार के खर्च का इंतजाम किया जायेगा। लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में नई सरकार बजट लेकर आयेगी और इसके बाद एमपी में मोहन सरकार जुलाई में फाइनल बजट लायेगी। वित्‍त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि एमपी के बजट में हर वर्ग का ध्‍यान रखा जायेगा। केंद्र के बजट का अध्‍ययन भी किया जायेगा। उन्‍होंने केंद्र के अंतरिम बजट को विकसित भारत का बजट बताया।

 

लेखानुदान के लिए एमपी का बजट सत्र सत्र हंगामेदार हो सकता है। बजट सत्र से पहले कांग्रेस ने 6 फरवरी को विधायक दल की बैठक बुलाई है। कांग्रेस सरकार को उसके संकल्‍प पत्र के मुद्दे पर घेरेगी। वहीं कांग्रेस को जवाब देने के लिए बीजेपी भी विधायक दल की बैठक बुलाकर रणनीति बनायेगी।