ग्वालियर। वन चौकी रायपुर के जंगल में पौधा रोपण करने पहुंचे वन अमले पर अदिवासियों ने हमला बोल दिया। आदिवासी लोगों ने चारों ओर से घेरकर वन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा पीटा। घटना रायपुर जंगल में स्वर्ण रेखा नदी के किनारे की है। हमले में दो वनकर्मी घायल हुए हैं। हमले के दौरान दोनों ने भागकर जान बचाई। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी भाग निकले। पुलिस ने घायल वनकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। वही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पौधरोपण के लिए सरकारी जमीन पर गए थे
दरअसल, पनिहार थाना क्षेत्र के सोन चिरैया अभ्यारण रेंज रायपुर बीट में पदस्थ वन रक्षक लोकेन्द्र सिंह ने शिकायत की है कि वह अपने साथियों रविकांत, राम अवतार व अन्य के साथ बीट रायपुर स्थित स्वर्ण रेखा नदी के किनारे न्यायालय के आदेश पर पौधरोपण के लिए सरकारी जमीन पर गए थे। जब काम शुरू किया तो वहां पर रतना अदिवाासी, साबा आदिवासी, हीरा आदिवासी अपने साथियों के साथ पहुंचे और JCB मशीन को बंद करा दिया। जब उन्होंने समझाने का प्रयास किया तो वह विवाद पर उतर आए।
अचानक विरोध कर रहे आदिवासियों ने वनकर्मियों को घेरकर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले से वन कर्मचारी घबरा गए और बचने के लिए पीछे हटे तो आरोपियों ने उन पर पथराव कर दिया। अचानक हुए पथराव से वन कर्मचारी हमलावरों के बीच फंस गए और आरोपियों से बचने के लिए वनकर्मियों ने अपनी जान बचाकर भागना पड़ा और पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन जब तक आरोपी भाग निकले। दोनो मामूली रूप से घायल वन रक्षको को पुलिस ने इलाज के लिए जयारोग्य अस्पताल भेज दिया। भाई पुलिस ने घायलों की शिकायत पर तीन आदिवासी आरोपियों के खिलाफ सास के कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।