सिंगरौली | बिजली विभाग व फारेस्ट विभाग की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। अब यह हम सभी को पता है की गीली लकड़ी बिजली की अच्छी कंडक्टर होती है। यह मामला माड़ा रेंज के जीर का है जहाँ एक बिजली के तार को हरे पेड़ से बांध दिया गया। यह बिजली विभाग और फारेस्ट विभाग की लापवाही का प्रमाण है। सड़क से 10 मीटर की दूरी पर 11 हजार केवी के तार को हरे पेड़ में बांध दिया गया है जिससे कभी भी हादसे में जनहानि को बिजली विभाग के कर्मचारी दावत दे रहे हैं। जबकि इसकी शिकायत बिजली विभाग के कर्मचारियों से कई बार स्थानीय लोगों ने की है लेकिन अभी तक तार जस का तस पड़ा है। यदि समय रहते तार को ऊंचा नहीं किया गया तो कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।
ख़ैर इसके पहले भी बरगवां रेंज में तार नीचा होने से एक चीते की मौत हो गई थी लेकिन फिर भी बिजली विभाग कुंभकर्णी नींद से नहीं जगा है। अब फिर किसी हादसे का इंतजार बिजली विभाग के द्वारा जिम्मेदारी से किया जा रहा है। इस बात को लेकर जब मीडिया ने कलेक्टर पर दबाव बनाया तो आगे आधिकारिक जाँच शुरू हुई और तार को सही करने की प्रक्रिया चालू हुई। एक तरफ जहां बिजली विभाग दावा करता है कि हर गांव में बिजली पहुंचाने के लिए केवल लगा दी गई है, लेकिन दूसरी ओर आज भी बास-बल्ली के सहारे लोग बिजली जलाने को मजबूर हैं ।