ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior Crime News) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां जयारोग्य अस्पताल में काम करने वाली महिला कर्मचारी ने जेएएच (जयारोग्य हॉस्पिटल) में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर 15 लोगों से 45 लाख रूपये ठग लिए।

महिला ने जयारोग्य हॉस्पिटल (Gwalior Crime News) के ग्रुप-4 में नौकरी दिलवाने का बोलकर सभी 15 सदस्यों में से प्रत्येक से 3-3 लाख रुपये ले लिये। जब काफी समय गुजरने के बाद युवकों को नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने महिला कर्मचारी से अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन, महिला ने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया। सभी पीड़ित एकत्रित होकर एसपी ग्वालियर के पास गए। जिसके बाद एसपी ग्वालियर के आदेश पर कंपू पुलिस ने महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

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ऐसे फंसे महिला के जाल में

ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल की महिला कर्मचारी ऊषा तिवारी (53) ने कुछ महीने पहले जेएएच में निकली चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती के बारे में दिनेश पाल (26) को बताया था। उसने कहा था कि जेएएच में कर्मचारियों की भर्ती ओपन है। महिला ने खुद की स्वास्थ्य विभाग में अच्छी पकड़ होने का दावा करते हुए दिनेश से जेएएच में नौकरी लगवाने का ऑफर दिया। इस पर दिनेश ने अपने रिश्तेदार व अन्य लोगों को भी इसकी सूचना दी। जिसके लिए 15 लोग तैयार किए।

इसके बाद आरोपी महिला ने सभी से कहा कि जिन-जिन लोगों को जेएएच में नौकरी करना है वो तीन-तीन लाख रुपए दे दें। इसके बाद दिनेश पाल और उसके साथियों ने करीब 45 लाख रुपए ऊषा तिवारी को दे दिए है।

इसके बाद न पीड़ितों को नौकरी मिली और न ही ऊषा ने रुपए वापस किए। जिसके बाद ठगे गए लोगों ने एसपी से मिलकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आरोपी महिला कर्मचारी ऊषा ठाकुर द्वारा ठगे गए लोगों के नाम दिनेश पाल, मालती, देवेन्द्र पाल, हरीशंकर पाल, देवेन्द्र सोनी, पवन पाल, हर्ष यादव, सौरभ, राजेन्द्र बघेल, दिलीप, ध्यानेन्द्र सिंह, रामनिवास, भूपसिंह, वीरू पाल और बिहारी पाल हैं।