भोपाल। इन दिनों नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्माण्डा की पूजा अर्चना होती है। अपनी हल्की हसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्माण्ड को उत्पन करने के कारण इन्हे कूष्माण्डा देवी के रूप में पूजा जाता है।

चैत्र नवरात्रि का आज चौथा दिन है। और आज चौथे दिन भी देवी मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है और हर कोई अपने हिसाब से पूजा-अर्चना कर रहा है। मंदिरों में घंट-घड़ियाल की ध्वनि के बीच माता को प्रसन्न किया जा रहा है। घरों में स्थापित कलश के सामने सुबह-शाम लोग दीपक जलाकर देवी के सामने शीश झुका रहे हैं। भक्तों ने दिल से मातारानी की पूजा की, भक्तों में भारी उत्साह देखने मिल रहा है। सुबह से ही भक्त मंदिरों में देवी मां के जयकारे लगा रहे हैं। भक्तों ने माता का पंचामृत से अभिषेक किया और साथ ही 16 श्रृंगार कर माता को प्यार से सजाया।

नवरात्रि चौथा दिन मां कूष्मांडा की पूजा विधि

नवरात्रि के चौथे दिन रोज की तरह कलश की पूजा करके मां कूष्मांडा का ध्यान करें। इस दिन हरे रंग के आसन पर बैठकर मां कूष्मांडा की पूजा अर्चना करें। देवी को पूजा में लाल वस्त्र, लाल चूड़ी और लाल फूल अर्पित करना चाहिए। मां कूष्मांडा को इस निवेदन के साथ जल पुष्प अर्पित करें कि उनके आशीर्वाद से आपका और आपके स्वजनों का स्वास्थ्य अच्छा रहे। इसके बाद पूरे मन से मां कूष्मांडा को फूल, धूप, इत्र, फल, मिठाई इत्यादि का भोग लगाएं। और भोग ग्रहण करें।