भोपाल, प्रखर जैन।  लोकसभा चुनाव के पहले पीएम मोदी ने बीजेपी को 370 और एनडीए को 400 सीटों का लक्ष्य दिया है… ये 370 केवल आंकड़ा नहीं बल्कि इस आँकड़े से बीजेपी और मोदी को ऐसी शक्तियां मिल जाएंगी जिनसे मोदी संसद में तीसरे कार्यकाल में बड़े बड़े फ़ैसल करने के अपने कमिट्मन्ट को पूरा कर सकेंगे… देखिए हमारी रिपोर्ट…

– संविधान संशोधन के लिए जरूरी मार्क को करेगी बीजेपी हासिल
– मोदी के तीसरे कार्यकाल में बड़े फैसले करने का कमिटमेंट… 370 से होगा पूरा मोदी का कमिटमेंट
– 5 फरवरी 2024 को लोकसभा में PM मोदी ने कहा कि हमारा तीसरा कार्यकाल अगले 1,000 सालों के लिए मजबूत नींव रखने का काम करेगा

भारत की लोकसभा में 543 सीटें हैं। केंद्र में सरकार बनाने के लिए आधे से एक ज्यादा यानी 272 सीटों की जरूरत होती है… BJP को बीते दो चुनावों में स्पष्ट बहुमत मिला था… 2014 में 282 सीटें और 2019 में 303 सीटें… 2024 चुनाव में PM मोदी ने BJP के लिए 370 सीटें जीतने का टारगेट रखा है… संविधान में किसी भी बड़े बदलाव के लिए संसद में दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होती है… लोकसभा में इस समय 543 सीटें हैं… यानि मौजूद संसद में दो-तिहाई बहुमत के लिए 363 सीटों की जरूरत होगी… ऐसे में BJP के 370 सीटों का टारगेट और मोदी के कमिट्मन्ट को साथ में रखकर देखा जाए तो ये बड़े बदलावों के की तरफ इशारा समझ जा रहा है… डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा में संशोधन के प्रस्ताव को पेश करते हुए यह कहा था कि ‘जो संविधान से असंतुष्ट हैं, उन्हें बस दो-तिहाई बहुमत प्राप्त करना होगा… यदि वे वयस्क मत के आधार पर निर्वाचित संसद में दो-तिहाई बहुमत भी नहीं पा सकते हैं तो यह समझा जाना चाहिए कि संविधान के प्रति असंतोष में जनता उनके साथ नहीं है…’ ऐसे में विपक्ष भी मोदी के इस टारगेट को संविधान संशोधन से जोड़कर देख रहा है।

बढ़ेंगी ताक़त 

– ‘ONE NATION ONE ELECTION’ का रास्ता होगा साफ… 2029 में लोकसभा और राज्यों के सभी चुनाव एक साथ करवाने के लिए स्वयंसिद्ध होगी बीजेपी
– संविधान की उद्देशिका और बेसिक स्ट्रक्चर में संशोधन
– केंद्र और राज्य की शक्तियों में नया बंटवारा
– राज्यपाल की शक्तियों में बढ़ोतरी
– भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की पहल

370 सीटें यानि की बीजेपी के अकेले के पास सदन में दो तिहाई से अधिक बहुमत… भारतीय संविधान के मुताबिक दो तिहाई बहुमत से ही कोई भी बड़े फैसले सदन से पारित करवाए जा सकते हैं… ऐसे में संविधान की शक्तियों और मोदी के कमिट्मेंट के साथ ही बीजेपी के चुनाव डर चुनाव आए चुनावी घोषणा पत्र के वादों और पिछले 10 साल में मोदी की कार्यशैली को देखते हुए इस बात से मन भी नहीं किया जा सकता की मोदी कोई बड़ा कदम उठाने से तीसरे टर्म में हिचकिचाएंगे… लिहाजा इसके ही विपक्षी खेमे में भी इस 370 के टारगेट से हड़कंप भी मचा हुआ दिखाई दे रहा है…

बीजेपी की विचारधारा और देशभर में बन रहे बीजेपी के जीत के मोमेंटम को देखते हुए मोदी-शाह की जोड़ी और पूरी बीजेपी अपनी लोकसबह की जीत पक्की मानकर चल रही है… इसीलिए चुनावी महल में जीत हार की जगह बीजेपी अपने टारगेट को हासिल करने की बात कर रही है… मोदी का कमिट्मन्ट और बीजेपी का सालों के वचन पत्र और विचारधारा ये बिल्कुल कहा जा रहा है तीसरे कार्यकाल में मोदी को कुछ बड़ा करना है… हालांकि अंग्रेजी में कहावत है की WITH GREAT POWER COMES GREAT RESPONSIBLITY जिसका मतलब होता है की जब बड़ी शक्तियां अपने साथ बड़ी जिम्मेदारियाँ भी साथ लाती हैं… शायद इसीलिए ही संविधान निर्माताओं संविधान संशोधन के लिए कडे नियम भी बनाए हैं।