भोपाल, मनोज राठौर । मध्यप्रदेश में आने वाली राहुल गांधी की यात्रा को विरोध का सामना करना पड़ सकता है। इस विरोध के पीछे कांग्रेस का कहना है कि इसमें BJP का हाथ है। जबकि बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा का विरोध एक वर्ग में नहीं बल्कि हर वर्ग में है। ओबीसी के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया ।
कौन कर रहा राहुल की यात्रा का विरोध?
मध्यप्रदेश में राहुल गांधी यात्रा के आने से पहले उसका विरोध शुरू हो गया है। ये विरोध मध्यप्रदेश ओबीसी फ्रंट संगठन कर रहा। दरअसल संगठन, जातिगत जनगणना , ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने, प्रमोशन में रिजर्वेशन लागू कराने, चुनावों में आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी जैसी मांगों को लेकर पिछड़ा अधिकार यात्रा निकाल रहा है ।
संगठन लगा रही ये आरोप
संगठन का आरोप है कि कांग्रेस सरकार में ओबीसी के कितने सचिव थे, 2014 तक कांग्रेस पार्टी की सरकार रही, फिर भी पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय क्यों नही बनाया गया? प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा का विरोध करने के पीछे बीजेपी का हाथ है। बीजेपी सरकार की जिम्मेदारी है कि वो राहुल गांधी की यात्रा की सुरक्षा करें।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा एमपी में एंट्री करेगी। इस दौरान जन सभा से लेकर कई कार्यक्रमों को आयोजन किया जायेगा। इस यात्रा को लेकर एमपी कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बैठकें लेकर सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी। यात्रा को लेकर 23 अलग-अलग कमेटियां बनाई गई।
एमपी में पांच दिन रहेगी राहुल की न्याय यात्रा
राहुल गांधी की यात्रा 2 मार्च को एमपी में प्रवेश करेगी इसके बाद मुरैना में राहुल गांधी की पहली जनसभा के बाद रोड शो, नुक्कड़ सभा होगी। राहुल गांधी मुरैना से लेकर रतलाम तक प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के साथ चर्चा भी करेंगे। तीन मार्च को यात्रा ग्वालियर-शिवपुरी आएगी। चार मार्च को गुना-राजगढ़ और पांच मार्च को यात्रा राजगढ़, शाजापुर और उज्जैन जिले में पहुंचेगी।
बीजेपी ने राहुल गांधी की यात्रा पर तंज कसा है। बीजेपी प्रवक्ता अजय धवले का कहना है कि राहुल की यात्रा का विरोध एक वर्ग नहीं, बल्कि हर वर्ग करता है। इस यात्रा से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा। जनता कांग्रेस को समझ चुकी है।
कांग्रेस मान कर चल रही है कि राहुल गांधी की यात्रा से उसे मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में फायदा होगा। इस यात्रा से उसकी सीटों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी यात्रा का कोई खास असर नहीं पढ़ा था। बीजेपी इसी बात को लेकर कांग्रेस पर तंज कस रही है।