भोपाल। एमपी में मानसून (Weather Alert) भले ही कुछ दिनों की देरी से आया, लेकिन फुल फॉर्म में आया। पूरे प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है। राज्य में इस समय साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। जिसके चलते मौसम में यह बदलाव आया है।
बीते 3-4 दिनों से ग्वालियर चंबल में तेज बारिश (Weather Alert) का दौर चल रहा है। मौसम विभाग ने श्योपुर और छिंदवाड़ा समेत राज्य के 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं बात करें सोमवार की तो इस दिन प्रदेश के 15 जिले बारिश से तरबतर हुए।
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सबसे ज्यादा पानी (1.7 इंच) बैतूल में गिरा। वहीं खजुराहो में सवा इंच बारिश हुई। इसके राजधानी भोपाल, इंदौर, खंडवा समेत कई स्थानों पर मध्यम और तेज बारिश हुई।
विभाग ने मंगलवार (9 जुलाई) को श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, सागर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और अनूपपुर में तेज बारिश हुई।
छत्तीसगढ़ में अभी भी रूठा मानसून
छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हुए लगभग एक महीना बीत चुका है। लेकिन कई स्थानों पर जुलाई की शुरूआत तक होने वाली औसत बारिश भी नहीं हुई है। 1 जून से लेकर 8 जुलाई तक प्रदेश में 287 मिमी बारिश होनी चाहिए जो कि अब तक केवल 207 मिमी हुई है। प्रदेश के बांधों में सिर्फ 34 फीसदी पानी ही बचा है। अचानक कमजोर पड़े मानसून ने किसानों के साथ-साथ सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को राज्य के जशपुर और बलरामपुर जिले में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। आने वाले 3-4 दिनों के दौरान भी प्रदेश अच्छी बारिश होने के आसार नहीं है। विभाग ने इस दौरान राज्य के कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।