भोपाल, विवेक राणा । मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में कमल का फूल खिलने के लिए इस बार भाजपा जमीनी स्तर पर काम करती दिखाई दे रही है. हालांकि 24 के रण को जीतने के लिए भाजपा ने गांव चलो अभियान के बाद अब 100 दिन तक घर-घर चलो अभियान शुरू कर दिया है.जहां घर-घर जाकर नेता और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तमाम योजनाओं का बखान करते दिखाई देंगे

मोदी सरकार के गरीब कल्याण की योजना और पार्टी की विचारधाराओं से जोड़ने का करेंगे कार्यकर्ता काम

भाजपा ने लोकसभा चुनाव का चुनावी शंखनाथ कर दिया है. जहां भाजपा लोकसभा चुनाव में 400 सीटों का लक्ष्य रखा है.वही मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में कमल का फूल खिलने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट करना शुरू कर दिया है.हालांकि 2019 की लोकसभा चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि 29 में से 28 सीटों में बीजेपी का कब्जा है.

वहीं एक लोकसभा सीट यानी छिंदवाड़ा में कांग्रेस है.वही 29 सीटों में कमल का फूल खिलने के लिए गांव चलो अभियान के बाद अब 100 दिन तक घर-घर चलो अभियान के जरिए मोदी सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का काम भाजपा के प्रत्येक नेता और कार्यकर्ता 100 दिन तक दिखाई देगा .

लोकसभा चुनाव से पहले आम जनता के बीच में पेट बनाने के लिए भाजपा का अभियान

हालांकि भाजपा चुनाव के पहले आम जनता के बीच में पेट बनाने की कोशिश पर लगी रहती है.मगर इस बार 24 के रण को जीतने के लिए भाजपा ने घर-घर चलो अभियान शुरू कर दिया है. जिसमें 100 दिन तक नेता और कार्यकर्ता लोगों के घर पहुंच कर भाजपा की विचारधारा से जोड़ने का काम करेंगे.हालांकि घर-घर चलो अभियान से जमीनी स्तर पर भाजपा की पकड़ मजबूत होती दिखाई देने वाली है.

इसके पहले चुनाव में भी भाजपा ने जमीन स्तर पर लोगों के बीच में जाकर पेट बनाकर कमल का फूल खिलाया था, और एक बार फिर जमीनी स्तर पर लोगों को जोड़ने का काम बीजेपी करती दिखाई दे रही है.वहीं कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश की स्थिति खराब है और भाजपा लोगों के घर-घर जा रही है.

भाजपा जहां गांव चलो अभियान के बाद 100 दिन तक घर-घर चलो अभियान चला कर लोकसभा में 29 सीटों में कमल का फूल खिलाने की कोशिश पर लगी है. तो अब देखना होगा कि क्या भाजपा 24 के चुनाव में आम जनता के बीच पेट बनाने में कितनी सफल हो पाती है.