भोपाल। एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक चूक सामने आई है। स्कूलों में बंटने वाला पीएम पोषण अवकाश के दौरान भी बांटा जा रहा है। बच्चों के स्कूलों में ना होने पर भी यह भोजन किसे बांटा जा रहा है। बताया जा रहा है कि मामले का खुलासा तब हुआ जब पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत आटोमोटेड मॉनिटरिंग सिस्टम पर भोजन वितरण का डाटा अपलोड हुआ।

मामले में बड़वानी, सतना ,रायसेन, भिंड, गुना, जबलपुर, आगर मालवा, दमोह, झाबुआ, मंडला,मंदसौर, बालाघाट, बैतूल, भोपाल, डिंडोरी, नरसिंहपुर, रतलाम, सागर, सिवनी, शहडोल, शिवपुरी, श्योपुर और टीकमगढ़ सीईओ को जांच और कार्यवाही के लिए पत्र लिखा गया है। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण संस्था ने मामले में संज्ञान लिया है। यह संस्था पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत आती है।

1 मई से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश

आपको बता दें कि 1 मई से 15 जून 2024 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किए गए हैं। स्कूल में बच्चों के ना होने पर पोषण वितरण की भी किसी तरह की आवश्यकता नहीं है। ऐसे में अवकाश के दौरान पीएम पोषण वितरण नहीं किया जाना है। इसके बाद भी भोजन वितरण का डाटा आटोमोटेड मॉनिटरिंग सिस्टम पर अपलोड हो गया। मामले में कितनी सच्चाई है। कैसे यह डाटा अपलोड इसकी पूरी जांच की जाएगी।

केंद्र प्रायोजित योजना
पीएम पोषण स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इस योजना के तहत, सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को एक गर्म पका हुआ भोजन प्रदान किया जाता है।