हाईकमान ने बिछाई राजनीतिक बिसात, एमपी में टारगेट @ 65% वोट शेयर

भोपाल, मनोज राठौर। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्‍ली में बनने वाले रणनीति को भोपाल के जरिए पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा। हाईकमान कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। एमपी में बीजेपी ने टारगेट को फिक्‍स कर दिया है। यहां की सभी 29 सीटों को जीतने का टारगेट रखा गया। प्रदेश में पीएम मोदी के झाबुआ दौरे के साथ लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। इसी आगाज के साथ अब एमपी से लेकर दिल्‍ली के दिग्‍गज नेताओं को जिम्‍मेदारी दी गई। पीएम मोदी के बाद एमपी के दौरे पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत कई दिग्‍गज नेता आने वाले हैं। इन सभी नेताओं को हर एक लोकसभा चुनाव में जीत की जिम्‍मेदारी दी गई। साथ ही बीजेपी ने प्रदेश के किसान, युवा, महिला समेत सभी मोर्चों को सक्रिय कर दिया है। उन्‍हें भी जिम्‍मेदारी सौंपी गई।

-पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 58 प्रतिशत वोट मिले थे
-2024 के चुनाव में बीजेपी ने 65 फीसदी वोट का लक्ष्य रखा
-विधानसभा में हारी हुई सीटों के हर बूथ पर 51 प्रतिशत वोट शेयर का टारगेट रखा
-छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली सभी सातों विधानसभा सीट पर जीत का टारगेट

प्रदेश बीजेपी मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि विधानसभा की तरह लोकसभा चुनाव में भी 60 से 65 फीसदी वोट शेयर का टारगेट रखा गया। बूथ स्‍तर को मजबूत किया गया। हर एक कार्यकर्ता काम काम में जुटा है। इस बार कांग्रेस का विधानसभा की तरह लोकसभा चुनाव में भी सुपड़ा साफ हो जायेगा।

प्रदेश की 29 संसदीय सीटों को सात अलग-अलग क्लस्टर में बांटा गया। क्लस्टर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी जैसे नेता समय समय पर यहां आकर मोर्चा संभालेंगे। मालवांचल के एक क्लस्टर में पांच सीटें रखी गई हैं, बाकी में चार-चार। हर लोकसभा क्षेत्र के लिए एक मंत्री और एक संगठन का प्रभारी नियुक्त किया गया। साथ ही सभी मोर्चा प्रकोष्ठ को भी सक्रिय कर दिया गया। युवा मोर्चा को चुनाव पूर्व 10 हजार नुक्कड़ सभाएं करने की जिम्मेदारी सौंपी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता अभिनव बरोलिया ने कहा कि बीजेपी अपनी रणनीति पर काम कर रही है और हम अपनी रणनीति के तहत जनता के मुद्दों को उठा रहे हैं। बीजेपी ने जनता को धोखा दिया। हम जनता के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस बार बीजेपी को जनता सबक सिखायेगी।

बीजेपी और कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। दोनों ही दलों ने अपने-अपने टारगेट के साथ एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी तेजी से काम कर रही है। कांग्रेस नई टीम के साथ चुनावी रण में है। लेकिन जनता जर्नादन तय करेगी कि किस सियासी दल को जितायेगी और किसे हरायेगी।